
New Delhi: जामा मस्जिद (Jama Masjid) पुरानी दिल्ली में स्थित एक ऐतिहासिक मस्जिद है। यह भारत की सबसे बड़ी और सबसे प्रसिद्ध मस्जिदों में से एक है, और इसे मुगल सम्राट शाहजहाँ ने 1644 और 1656 के बीच बनवाया था। मस्जिद में एक समय में 25,000 उपासक बैठ सकते हैं और इसमें तीन प्रवेश द्वार, चार मीनारें और दो 40 मीटर ऊँची मीनारें हैं। लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर से निर्मित।
जामा मस्जिद को मुगल वास्तुकला के बेहतरीन उदाहरणों में से एक माना जाता है और यह पर्यटकों और स्थानीय लोगों दोनों के लिए समान रूप से एक लोकप्रिय गंतव्य है।
मस्जिद हर दिन आगंतुकों के लिए खुली रहती है, और सुबह जल्दी जाना सबसे अच्छा होता है जब मस्जिद में भीड़ कम होती है और रोशनी फोटोग्राफी के लिए एकदम सही होती है। मस्जिद में प्रवेश करने से पहले आगंतुकों को मामूली कपड़े पहनने चाहिए और अपने जूते उतार देने चाहिए।
लोगों को मस्जिद की वास्तुकला और डिजाइन प्रभावशाली और सुंदर लग सकती है, जबकि अन्य लोग साइट के ऐतिहासिक महत्व की सराहना कर सकते हैं। कुछ लोगों को मस्जिद के अंदर का वातावरण शांतिपूर्ण और चिंतनशील भी लग सकता है।
मस्जिद एक चहल-पहल भरे बाजार से घिरी हुई है, जहां विक्रेता मसालों से लेकर कपड़ा तक सब कुछ बेचते हैं।

मुगल वास्तुकला के बेहतरीन उदाहरण जामा मस्जिद (Jama Masjid) by Education Learn Academy