
Greater Noida: प्रदेश का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क यमुना प्राधिकरण के क्षेत्र सेक्टर-28 में विकसित किया जा रहा है. यह मेडिकल डिवाइस पार्क फरवरी 2024 तक क्रियाशील हो जाएगा. हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा ‘प्रमोशन ऑफ मेडिकल डिवाइस पार्क योजना’ के तहत उत्तर प्रदेश में मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना को सैद्धांतिक मंज़ूरी प्रदान की थी. उल्लेखनीय है कि देश में चिकित्सीय उपकरण उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिये केंद्र सरकार के उर्वरक एवं रसायन मंत्रालय द्वारा ‘प्रमोशन ऑफ मेडिकल डिवाइस पार्क योजना’ शुरू की गई है. इसी योजना के तहत मेडिकल डिवाइस पार्क को गौतमबुद्ध नगर में स्थापित किया जा रहा है.
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औषधि विभाग ने मेडिकल डिवाइस पार्क परियोजना को फरवरी 2024 तक क्रियाशील करने के निर्देश के साथ मेडिकल डिवाइस पार्क में उन चिकित्सा उपकरण इकाइयों के स्थापना करने के निर्देश दिए हैं , इन मेडिकल डिवाइस पार्क में ऐसे उपकरण लगाये जा रहे हैं जिनका निर्माण भारत में नहीं बल्कि अन्य देशों में होता था. जिन चिकित्सा उपकरणों को भारत विदेश से आयात करता रहा है, ऐसे 340 उपकरणों की सूची जारी की है. किन्तु अब इन उपकरणों का निर्माण यहां होने से भारत को विदेश से आयात नहीं करना होगा. जिससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और साथ ही रोजगार सृजन के अवसर प्राप्त होंगे.
यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों और केंद्र सरकार के फार्मा सचिव के साथ हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. बैठक में तय किया गया कि अगले साल फरवरी तक मेडिकल डिवाइस पार्क का विकास कार्य पूरा किया जाना है. इसके लिए काम को और तेज किया जाए. मेडिकल डिवाइस पार्क के पहले चरण में 37 कंपनियों को और दूसरे चरण में 22 कंपनियों को जमीन आवंटित हो चुकी है. यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह का कहना है कि मेडिकल डिवाइस पार्क में आवंटियों को भूखंड पर जल्द ही कब्जा दिया जाएगा. केंद्र सरकार मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए 100 करोड़ का अनुदान दे रही है साथ ही इसकी वर्ष जून तक इसकी दूसरी किस्त और अक्टूबर तक सभी किस्त प्राधिकरण को देनी होगी. साथ ही मेडिकल डिवाइस पार्क में यमुना प्राधिकरण ने अब तक 59 भूखंड आवंटित किया है.
बता दे कि देश के 4 राज्यों में मेडिकल डिवाइस पार्क का निर्माण होने जा रहा है। जिसमें तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश शामिल हैं. भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक साहसिक कदम के रूप में, भारत सरकार ने आने वाले वर्षों में अपनी क्षमता तक पहुंचने के लिए चिकित्सा उपकरण उद्योग को समर्थन प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है, उद्योग की पहचान विविधीकरण और रोजगार सृजन के लिए एक उभरते हुए क्षेत्र के रूप में की गई है.
Greater Noida: फरवरी 2024 तक तैयार हो जाएगा प्रदेश का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क by Education Learn Academy