
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एक बिल्डर परियोजना में फ्लैट न मिलने के कारण हताश होकर एक महिला ने इच्छा मृत्यु की मांग की है। इसके लिए महिला ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र भी लिखा है। फ्लैट न मिलने से नाराज महिला का आरोप है कि वह शासन प्रशासन, यूपी रेरा व बिल्डर कार्यलय के चक्कर काट काटकर पूरी तरह टूट चुकी है, लेकिन कहीं भी उसकी कोई गुहार नहीं सुनी गई। अपने जीवन भर की गाढ़ी कमाई बिल्डर को सौंपने के बाद आज भी वह अपने आशियाने के लिए इंतजार कर रही है। यदि सरकार या प्रशासन उसे घर नहीं दिला सकते तो कम से कम इच्छा मृत्यु की आज्ञा दे दें।
गौरतलब है कि महिला मूलरूप से कोलकाता की रहने वाली है और ग्रेटर नोएडा वेस्ट की इकोविलेज तीन में अपने परिवार के साथ किराए पर रहती है। महिला ने बताया कि वह विगत बारह सालों से दिल्ली में ही रह रही है। उन्होंने वर्ष 2017 में ग्रेनो वेस्ट स्थित सुपरटेक स्पोर्ट विलेज में अपने लिए फ्लैट बुक कराया था। बुकिंग के दौरान बिल्डर ने 2019 में फ्लैट देने का वादा किया था, लेकिन आज इतना वक्त बीत जाने के बाद भी उसे अपना आशियाना नहीं मिला। कोविड महामारी के दौरान महिला के पति की कोरोना से मौत हो गई और वह अपनी बूढ़ी सास व आठ साल की बेटी के साथ ग्रेटर नोएडा वेस्ट में किराए पर रह रही है। पति की मौत के बाद से महिला का पूरा परिवार मानसिक प्रताड़ना झेल रहा है।
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महिला ने बताया कि उसने बिल्डर से फ्लैट 25 लाख रुपए में खरीदा था और फ्लैट की अस्सी प्रतिशत कीमत करीब बीस लाख रुपए बिल्डर को दे चुकी है, लेकिन बिल्डर ने उसे अभी तक फ्लैट नहीं दिया। इसे लेकर महिला ने शासन प्रशासन से भी गुहार लगाई लेकिन अभी तक उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। अब थक हारकर महिला ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सम्मान से मरने का अधिकार देते हुए भारत के लोगों को 2018 में इच्छामृत्यु का हक दिया था। उच्चतम न्यायालय ने अपने ऐतिहासिक फैसले में असाध्य रोग से ग्रस्त व्यक्ति को निष्क्रिय इच्छामृत्यु का कानूनी अधिकार प्रदान कर दिया है। यह ऐतिहासिक फैसला मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने सुनाया था।
Greater Noida: बिल्डर से फ्लैट न मिलने से नाराज एक महिला ने मांगी इच्छा मृत्यु, राष्ट्रपति को लिखा पत्र by Education Learn Academy