
New Delhi: संगीत एक दिव्य ध्वनि है और इसका सीधा संबंध हमारे मन से है। दुनिया भर की सभी संस्कृतियों में इसका समान मूल्य और महत्व है और कोई भी सभ्यता संगीत के रंग के बिना अस्तित्व में नहीं है। सूफी फकीर – हजरत अली हुजवीरी उर्फ दाता गज बक्श ने अपनी किताब “कशफ-उल-महजूब” में कहा है, “पाखंडी को छोड़कर हर व्यक्ति संगीत की भाषा समझता है।”
नई दिल्ली म्यूनिसिपल काउंसिल (एनडीएमसी) ने स्पिक मैके और संस्कृति मंत्रालय के साथ मिलकर इस साल “श्रुति अमृत” नाम से बेहद लोकप्रिय ‘म्यूजिक इन द पार्क’ सीरीज आयोजित की है। इसी कड़ी में 2023 का पहला आयोजन कल शाम (रविवार) को नेहरू पार्क चाणक्यपुरी, नई दिल्ली में हुआ।
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भारतीय शास्त्रीय संगीत की सुंदरता को देश भर के प्रतिष्ठित कलाकारों ने प्रदर्शित किया। कॉन्सर्ट की शुरुआत सेनिया बंगश घराने की 7वीं पीढ़ी के संगीतकार अमन अली बंगश की सरोद प्रस्तुति से हुई। उनके साथ अनुब्रत चटर्जी (तबला) और अभिषेक मिश्रा (तबला) थे।
इसके बाद अकरम खान (तबला), श्रीनिवास आचार्य (हारमोनियम) और शादाब सुल्ताना (वोकल्स) के साथ पटियाला घराने की पद्म भूषण बेगम परवीन सुल्ताना की हिंदुस्तानी गायन प्रस्तुति दी गई।
स्पिक मैके- युवाओं के बीच भारतीय शास्त्रीय संगीत और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सोसायटी एक स्वैच्छिक युवा आंदोलन है जो भारतीय शास्त्रीय, लोक संगीत और नृत्य, योग, ध्यान के कार्यक्रमों और कार्यशालाओं का आयोजन करके भारतीय और विश्व विरासत के मूर्त और अमूर्त शिल्प, और भारतीय संस्कृति के अन्य पहलुओं को बढ़ावा देता है। । यह 1977 में शुरू हुआ एक आंदोलन है और दुनिया भर के 850 से अधिक शहरों में इसके अध्याय हैं।
NDMC क्षेत्रों में “श्रुति अमृत” के तहत ‘म्यूजिक इन द पार्क’ श्रृंखला का आयोजन by Education Learn Academy